आसमां छूना कोई मुश्किल नहीँ है, बस बुलंद हौसलों के पर होने चाहिये आसमां छूना कोई मुश्किल नहीँ है, बस बुलंद हौसलों के पर होने चाहिये
तूफ़ान और गहराई का अंदाज़ा लगा लेता है, अब करवट बदलेगी उस दिशा में ..। तूफ़ान और गहराई का अंदाज़ा लगा लेता है, अब करवट बदलेगी उस दिशा में ..।
अरे रुकावटें तो लाख आएंगी, इनसे क्या डरना? अरे रुकावटें तो लाख आएंगी, इनसे क्या डरना?
मन के हौसलों की बुलन्दी कर देती है हर मुश्किल आसान। देख तो स्वप्न ऊंचे ही देख, उड़ मन के हौसलों की बुलन्दी कर देती है हर मुश्किल आसान। देख तो स्वप्न ऊंचे ...
पंख पंख
रुकना नही, झुकना नही, थोड़ी उलझन में मैं पड़ा। रुकना नही, झुकना नही, थोड़ी उलझन में मैं पड़ा।